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author Alpha Kalam Aug 02, 2025 7 min

ड्रुज कौन है आखिर क्या है इनका इतिहास जिनके लिए जंग कूद गया इजरायल...

ड्रुज धर्म का लोगों का इस्लाम से क्या संबंध है?

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दुनिया के कई हिस्सों में ऐसे समुदाय मौजूद हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ऐसा ही एक रहस्यमयी और कम चर्चित समुदाय है "द्रुज समुदाय" (Druze Community)। यह समुदाय धार्मिक रूप से विशिष्ट, ऐतिहासिक रूप से जटिल और सामाजिक दृष्टि से अद्वितीय माना जाता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि द्रुज धर्म क्या है, इस समुदाय का इतिहास क्या है, ये लोग कहाँ रहते हैं, और इनके चारों ओर उठने वाले विवादों की पृष्ठभूमि क्या है।

द्रुज समुदाय का इतिहास (History of Druze Community)

द्रुज धर्म की उत्पत्ति 11वीं शताब्दी में मिस्र में हुई, जब फातिमी खलीफा अल-हाकिम बि-अम्र अल्लाह के शासनकाल में एक नया धार्मिक आंदोलन शुरू हुआ। यह आंदोलन इस्लाम की शिया शाखा (इस्माइली) से प्रेरित था लेकिन धीरे-धीरे इससे पूरी तरह अलग हो गया। द्रुज लोग अल-हाकिम को 'ईश्वर का अवतार' मानते हैं, जो इस्लामिक परंपराओं से हटकर एक नई धार्मिक विचारधारा को जन्म देता है।

इस धर्म के प्रचारक हमज़ा इब्न अली और मुहम्मद अल-दरज़ी (जिनके नाम पर "Druze" शब्द पड़ा) ने इसकी नींव रखी थी। हालांकि बाद में मुहम्मद अल-दरज़ी को कट्टरपंथी और विभाजनकारी समझा गया, लेकिन नाम उन्हीं से जुड़ा रह गया।

द्रुज धर्म की मान्यताएँ (Beliefs of Druze Religion)

द्रुज धर्म इस्लाम से निकला जरूर है, लेकिन अब इसे एक स्वतंत्र एकेश्वरवादी धर्म (Monotheistic Faith) माना जाता है। इसके कुछ प्रमुख सिद्धांत इस प्रकार हैं:

ईश्वर की एकता (Tawhid) – वे केवल एक परम सत्ता में विश्वास रखते हैं जिसे शारीरिक रूप में नहीं देखा जा सकता।

पुनर्जन्म (Reincarnation) – द्रुज लोग मानते हैं कि आत्मा मृत्यु के बाद नए शरीर में स्थानांतरित होती है।

गोपनीय ग्रंथ (Hidden Scriptures) – द्रुज धर्म के ग्रंथों को केवल उच्च स्तर के द्रुज ही पढ़ सकते हैं, इन्हें आम लोगों से छिपाकर रखा जाता है।

धार्मिक गोपनीयता (Religious Secrecy) – द्रुज धर्म में बाहरी प्रचार वर्जित है। कोई नया व्यक्ति इसमें शामिल नहीं हो सकता।

अनुशासन और नैतिकता – सत्य, ईमानदारी, भाईचारा और आत्म-शुद्धि इस धर्म की मुख्य शिक्षाएं हैं।

द्रुज धर्म में पांच रंगों का झंडा होता है जो इनके पांच आध्यात्मिक सिद्धांतों को दर्शाता है – बुद्धि, आत्मा, वचन, भविष्यवाणी और पुनर्जन्म।

द्रुज लोग कहाँ रहते हैं? (Where Do Druze People Live?)
द्रुज समुदाय की सबसे बड़ी जनसंख्या लेबनान, सीरिया, और इज़राइल में पाई जाती है। इनके कुछ समूह जॉर्डन और अन्य देशों में भी बसे हैं। अनुमानतः दुनिया भर में द्रुजों की संख्या लगभग 10 से 15 लाख के बीच है।

देश अनुमानित जनसंख्या
लेबनान 6-7 लाख
सीरिया 5-6 लाख
इज़राइल 1.5 लाख
जॉर्डन 20,000
अन्य देश 50,000+

लेबनान में द्रुज एक राजनीतिक रूप से प्रभावशाली अल्पसंख्यक हैं, जबकि सीरिया में ये अल-स्वेदा और जाबल अल-द्रुज क्षेत्र में केंद्रित हैं। इज़राइल में द्रुज समुदाय यहूदी राष्ट्र के प्रति वफादार माना जाता है और यहाँ के कुछ द्रुज नागरिक इज़राइली सेना में भी सेवा करते हैं।

द्रुज समुदाय और विवाद (Controversies and Conflicts)
इतिहास में द्रुजों को अक्सर राजनीतिक और धार्मिक संघर्षों का सामना करना पड़ा है। उनकी धार्मिक अलगाव नीति और बाहरी धर्मों से दूरी के कारण उन्हें कई बार संदेह और भेदभाव का शिकार होना पड़ा।

1. सीरिया में संघर्ष:
हाल के वर्षों में सीरिया के गृहयुद्ध के दौरान द्रुज समुदाय ने खुद को एक कठिन स्थिति में पाया। सरकारी सेना, विपक्षी विद्रोही, और आईएसआईएस जैसे कट्टरपंथी गुटों के बीच फँसे द्रुजों को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ी।

2023-24 में अल-स्वेदा प्रांत में द्रुजों द्वारा सरकारी भ्रष्टाचार और खराब आर्थिक स्थिति के खिलाफ प्रदर्शन भी हुए, जिसने उन्हें एक बार फिर चर्चा में ला दिया।

2. इज़राइल और लेबनान में भूमिका:
इज़राइल में द्रुज समुदाय को एक अलग पहचान दी गई है और वे वहां की सेना में कार्य करते हैं, लेकिन कभी-कभी अन्य अरब समुदायों के बीच उन्हें "गद्दार" तक कहा जाता है।
लेबनान में द्रुजों की भूमिका राजनीतिक रूप से अहम रही है, विशेषकर 1975-1990 के सिविल वॉर के दौरान।

क्या द्रुज मुस्लिम हैं?
यह एक विवादित प्रश्न है। इस्लामिक दृष्टिकोण से अधिकतर मुस्लिम द्रुजों को मुस्लिम नहीं मानते क्योंकि उन्होंने इस्लाम की मूल शिक्षाओं से हटकर एक स्वतंत्र पहचान बना ली है।
दूसरी ओर, द्रुज खुद को इस्लाम से निकला हुआ मान सकते हैं, लेकिन वे अपने धर्म को अलग और विशिष्ट मानते हैं।

संक्षेप में कहा जाए तो – द्रुज एक अब्राहमिक, लेकिन गैर-इस्लामी धार्मिक समुदाय हैं।

द्रुजों की धार्मिक गोपनीयता क्यों है?
द्रुज समुदाय की सबसे अनोखी विशेषता है कि वे अपने धर्म को सार्वजनिक रूप से नहीं बताते। उनके धार्मिक ग्रंथ गुप्त रखे जाते हैं और केवल 'उक़्क़ाल' (ज्ञानी) नामक विशेष वर्ग को ही उन्हें पढ़ने की अनुमति है।
इसके पीछे कारण है ऐतिहासिक उत्पीड़न और पहचान की रक्षा करना।

 

निष्कर्ष (Conclusion)

द्रुज समुदाय एक गूढ़, रहस्यमय और विशिष्ट धार्मिक समूह है जिसकी जड़ें इस्लाम के भीतर हैं, लेकिन समय के साथ यह एक अलग धार्मिक पहचान बना चुका है। उनका विश्वास पुनर्जन्म, धार्मिक गोपनीयता और नैतिकता पर आधारित है।
ये लोग मुख्यतः लेबनान, सीरिया और इज़राइल में रहते हैं और कई बार संघर्षों के बीच में फंसे रहते हैं।
इनकी धार्मिक और राजनीतिक स्थिति जटिल जरूर है, लेकिन इनका इतिहास और पहचान इन्हें विश्व के सबसे रोचक अल्पसंख्यक समुदायों में शामिल करती है।

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#कौनहै ड्रुज #ड्रुजधर्म
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